सबरी प्रसंग, केहि बिधि अस्तुति करौं तुम्हारी। अधम जाति मैं जड़मति भारी॥ Leave a Comment सबरी प्रसंग, केहि बिधि अस्तुति करौं तुम्हारी। अधम जाति मैं जड़मति भारी॥ Read More »
मन्दोदरी,चरन नाइ सिरु अंचलु रोपा। सुनहु बचन पिय परिहरि कोपा॥ Leave a Comment मन्दोदरी,चरन नाइ सिरु अंचलु रोपा। सुनहु बचन पिय परिहरि कोपा॥ Read More »
सलाह,रहसि जोरि कर पति पग लागी। बोली बचन नीति रस पागी॥ Leave a Comment सलाह,रहसि जोरि कर पति पग लागी। बोली बचन नीति रस पागी॥ Read More »
बिनती करउँ जोरि कर रावन। सुनहु मान तजि मोर सिखावन॥ Leave a Comment बिनती करउँ जोरि कर रावन। सुनहु मान तजि मोर सिखावन॥ Read More »
राम जी के जीवन में (कई बेहतरीन योग फिर भी इतना संघर्ष)जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल। Leave a Comment राम जी के जीवन में (कई बेहतरीन योग फिर भी इतना संघर्ष)जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल। Read More »
नारद सिख जे सुनहिं नर नारी। अवसि होहिं तजि भवनु भिखारी॥ Leave a Comment नारद सिख जे सुनहिं नर नारी। अवसि होहिं तजि भवनु भिखारी॥ Read More »
कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Leave a Comment कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Read More »
संसय,बंधन काटि गयो उरगादा। उपजा हृदयँ प्रचंड बिषादा॥ Leave a Comment संसय,बंधन काटि गयो उरगादा। उपजा हृदयँ प्रचंड बिषादा॥ Read More »
मोरेहु कहें न संसय जाहीं। बिधि बिपरीत भलाई नाहीं॥ Leave a Comment मोरेहु कहें न संसय जाहीं। बिधि बिपरीत भलाई नाहीं॥ Read More »
संसय,एकरूप तुम्ह भ्राता दोऊ। तेहि भ्रम तें नहिं मारेउँ सोऊ।। Leave a Comment संसय,एकरूप तुम्ह भ्राता दोऊ। तेहि भ्रम तें नहिं मारेउँ सोऊ।। Read More »