सिवहि संभु गन करहिं सिंगारा। जटा मुकुट अहि मौरु सँवारा॥ Leave a Comment सिवहि संभु गन करहिं सिंगारा। जटा मुकुट अहि मौरु सँवारा॥ Read More »
मोहि सम यह अनुभयउ न दूजें। सबु पायउँ रज पावनि पूजें।। Leave a Comment मोहि सम यह अनुभयउ न दूजें। सबु पायउँ रज पावनि पूजें।। Read More »
नर तन सम नहिं कवनिउ देही। जीव चराचर जाचत तेही।। Leave a Comment नर तन सम नहिं कवनिउ देही। जीव चराचर जाचत तेही।। Read More »
प्रभु माया बलवंत भवानी। जाहि न मोह कवन अस ग्यानी॥ Leave a Comment प्रभु माया बलवंत भवानी। जाहि न मोह कवन अस ग्यानी॥ Read More »
यह सब माया कर परिवारा। प्रबल अमिति को बरनै पारा।। Leave a Comment यह सब माया कर परिवारा। प्रबल अमिति को बरनै पारा।। Read More »
माया,मैं अरु मोर तोर तैं माया। जेहिं बस कीन्हे जीव निकाया॥ Leave a Comment माया,मैं अरु मोर तोर तैं माया। जेहिं बस कीन्हे जीव निकाया॥ Read More »
माया,एक बार प्रभु सुख आसीना। लछिमन बचन कहे छलहीना।। Leave a Comment माया,एक बार प्रभु सुख आसीना। लछिमन बचन कहे छलहीना।। Read More »
सरल,जानहु मुनि तुम्ह मोर सुभाऊ। जन सन कबहुँ कि करऊँ दुराऊ॥ Leave a Comment सरल,जानहु मुनि तुम्ह मोर सुभाऊ। जन सन कबहुँ कि करऊँ दुराऊ॥ Read More »
सरल,रघुबंसिन्ह कर सहज सुभाऊ। मनु कुपंथ पगु धरइ न काऊ॥ Leave a Comment सरल,रघुबंसिन्ह कर सहज सुभाऊ। मनु कुपंथ पगु धरइ न काऊ॥ Read More »
सलाह,दसमुख कहा मरमु तेहिं सुना। पुनि पुनि कालनेमि सिरु धुना।। Leave a Comment सलाह,दसमुख कहा मरमु तेहिं सुना। पुनि पुनि कालनेमि सिरु धुना।। Read More »