मेरा मुझमें कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर। तेरा तुझकौं सौंपता, Leave a Comment मेरा मुझमें कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर। तेरा तुझकौं सौंपता, Read More »
उपजइ राम चरन बिस्वासा। भव निधि तर नर बिनहिं प्रयासा।। Leave a Comment उपजइ राम चरन बिस्वासा। भव निधि तर नर बिनहिं प्रयासा।। Read More »
कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Leave a Comment कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Read More »
संसय,बंधन काटि गयो उरगादा। उपजा हृदयँ प्रचंड बिषादा॥ Leave a Comment संसय,बंधन काटि गयो उरगादा। उपजा हृदयँ प्रचंड बिषादा॥ Read More »
मोरेहु कहें न संसय जाहीं। बिधि बिपरीत भलाई नाहीं॥ Leave a Comment मोरेहु कहें न संसय जाहीं। बिधि बिपरीत भलाई नाहीं॥ Read More »
संसय,एकरूप तुम्ह भ्राता दोऊ। तेहि भ्रम तें नहिं मारेउँ सोऊ।। Leave a Comment संसय,एकरूप तुम्ह भ्राता दोऊ। तेहि भ्रम तें नहिं मारेउँ सोऊ।। Read More »
पार्वती विवाह,देखहु मुनि अबिबेकु हमारा। चाहिअ सदा सिवहि भरतारा।। Leave a Comment पार्वती विवाह,देखहु मुनि अबिबेकु हमारा। चाहिअ सदा सिवहि भरतारा।। Read More »
सौरज धीरज तेहि रथ चाका। सत्य सील दृढ़ ध्वजा पताका॥ Leave a Comment सौरज धीरज तेहि रथ चाका। सत्य सील दृढ़ ध्वजा पताका॥ Read More »
रावनु रथी बिरथ रघुबीरा। देखि बिभीषन भयउ अधीरा।। Leave a Comment रावनु रथी बिरथ रघुबीरा। देखि बिभीषन भयउ अधीरा।। Read More »
तेहि कौतुक कर मरमु न काहूँ। जाना अनुज न मातु पिताहूँ॥ Leave a Comment तेहि कौतुक कर मरमु न काहूँ। जाना अनुज न मातु पिताहूँ॥ Read More »