मैं निसिचर अति अधम सुभाऊ। सुभ आचरनु कीन्ह नहिं काऊ॥ Leave a Comment मैं निसिचर अति अधम सुभाऊ। सुभ आचरनु कीन्ह नहिं काऊ॥ Read More »
गौतम नारि श्राप बस उपल देह धरि धीर। चरन कमल रज चाहति Leave a Comment गौतम नारि श्राप बस उपल देह धरि धीर। चरन कमल रज चाहति Read More »
होइहि भजनु न तामस देहा। मन क्रम बचन मंत्र दृढ़ एहा॥ Leave a Comment होइहि भजनु न तामस देहा। मन क्रम बचन मंत्र दृढ़ एहा॥ Read More »
ता पर मैं रघुबीर दोहाई। जानउँ नहिं कछु भजन उपाई॥ Leave a Comment ता पर मैं रघुबीर दोहाई। जानउँ नहिं कछु भजन उपाई॥ Read More »
सहज सरल सुनि रघुबर बानी। साधु साधु बोले मुनि ग्यानी॥ Leave a Comment सहज सरल सुनि रघुबर बानी। साधु साधु बोले मुनि ग्यानी॥ Read More »
नाथ संभुधनु भंजनिहारा। होइहि केउ एक दास तुम्हारा॥ Leave a Comment नाथ संभुधनु भंजनिहारा। होइहि केउ एक दास तुम्हारा॥ Read More »
मेरा मुझमें कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर। तेरा तुझकौं सौंपता, Leave a Comment मेरा मुझमें कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर। तेरा तुझकौं सौंपता, Read More »
उपजइ राम चरन बिस्वासा। भव निधि तर नर बिनहिं प्रयासा।। Leave a Comment उपजइ राम चरन बिस्वासा। भव निधि तर नर बिनहिं प्रयासा।। Read More »
कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Leave a Comment कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा। बिनु हरि भजन न भव भय नासा॥ Read More »
तेहि कौतुक कर मरमु न काहूँ। जाना अनुज न मातु पिताहूँ॥ Leave a Comment तेहि कौतुक कर मरमु न काहूँ। जाना अनुज न मातु पिताहूँ॥ Read More »