जिमि जिमि तापसु कथइ उदासा। तिमि तिमि नृपहि उपज बिस्वासा॥ Leave a Comment जिमि जिमि तापसु कथइ उदासा। तिमि तिमि नृपहि उपज बिस्वासा॥ Read More »
बिस्व बिदित एक कैकय देसू। सत्यकेतु तहँ बसइ नरेसू॥ Leave a Comment बिस्व बिदित एक कैकय देसू। सत्यकेतु तहँ बसइ नरेसू॥ Read More »
स्वायंभू मनु अरु सतरूपा। जिन्ह तें भै नरसृष्टि अनूपा॥ Leave a Comment स्वायंभू मनु अरु सतरूपा। जिन्ह तें भै नरसृष्टि अनूपा॥ Read More »
सुमिरत हरिहि श्राप गति बाधी। सहज बिमल मन लागि समाधी॥ Leave a Comment सुमिरत हरिहि श्राप गति बाधी। सहज बिमल मन लागि समाधी॥ Read More »
नारद श्राप दीन्ह एक बारा। कलप एक तेहि लगि अवतारा।। Leave a Comment नारद श्राप दीन्ह एक बारा। कलप एक तेहि लगि अवतारा।। Read More »
एक कलप सुर देखि दुखारे। समर जलंधर सन सब हारे॥ Leave a Comment एक कलप सुर देखि दुखारे। समर जलंधर सन सब हारे॥ Read More »
राम जनम के हेतु अनेका। परम बिचित्र एक तें एका॥ Leave a Comment राम जनम के हेतु अनेका। परम बिचित्र एक तें एका॥ Read More »
जस दूलहु तसि बनी बराता। कौतुक बिबिध होहिं मग जाता॥ Leave a Comment जस दूलहु तसि बनी बराता। कौतुक बिबिध होहिं मग जाता॥ Read More »
सिवहि संभु गन करहिं सिंगारा। जटा मुकुट अहि मौरु सँवारा॥ Leave a Comment सिवहि संभु गन करहिं सिंगारा। जटा मुकुट अहि मौरु सँवारा॥ Read More »
तेहिं तपु कीन्ह संभु पति लागी। सिव समाधि बैठे सबु त्यागी॥ Leave a Comment तेहिं तपु कीन्ह संभु पति लागी। सिव समाधि बैठे सबु त्यागी॥ Read More »