सरल,जानहु मुनि तुम्ह मोर सुभाऊ। जन सन कबहुँ कि करऊँ दुराऊ॥

2 years ago

जानहु मुनि तुम्ह मोर सुभाऊ। राम जी नारद से हे मुनि! यहाँ प्रभु ने अपना स्वभाव अपने मुख से कहा… Read More

सरल,रघुबंसिन्ह कर सहज सुभाऊ। मनु कुपंथ पगु धरइ न काऊ॥

2 years ago

रघुबंसिन्ह कर सहज श्री रामचन्द्रजी भाई लक्ष्मण से बोले- सहज सुभाऊ' अर्थात्‌ उनका मन स्वतः वश में रहता है, उनको साधन… Read More

सरल,अति बिनीत मृदु सीतल बानी। बोले रामु जोरि जुग पानी॥

2 years ago

परशुरामजी (समर=युद्ध )करने पर  तुले हुए और  रामजी  युद्ध नहीं करना चाहते  है क्योंकि ब्राह्मण है यदि  रामजी  सीधे कह देते कि मैंने धनुष तोड़ा  तब युद्ध होता, दूसरे प्रकट करने में कि हमने तोड़ा है,अभिमान ( सूचित )होता है। अपने को धनु भंजनिहारा। अति बिनीत मृदु सीतल बानी। बोले रामु जोरि जुग पानी॥  कह कर अपने को दास कहा  कि तुम्हारा कोई एक दास होगा युद्ध करने से रामजी को  ब्रह्म हत्या  लगती रामजी अपनी प्रशंसा कभी नहीं करते  ऐसा भाव युद्ध के बाद रामजी ने सीता एवं गुरु वशिष्ठ से भी कहा नाथ संभुधनु भंजनिहारा। होइहि केउ एक दास तुम्हारा॥… Read More

सरल,तब कर कमल जोरि रघुराई। बोले बचन श्रवन सुखदाई।।

2 years ago

तब कर कमल जोरि रघुराई। यहाँ रामजी ने हाथ जोड़ कर अपने ऐश्वर्य को छुपाया और मुनि के भजन के… Read More

सरल,नाइ सीसु पद अति अनुरागा। उठि रघुबीर बिदा तब मागा॥

2 years ago

  नाइ सीसु पद अति अनुरागा। उठि रघुबीर बिदा तब मागा॥ अति अनुरागा। का भाव वनवास सुनकर रामजी के मन… Read More

सरल,हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी। तुम्ह देखी सीता मृगनैनी॥

2 years ago

हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी। तुम्ह देखी सीता मृगनैनी॥ हे पक्षियों! हे पशुओं! हे भौंरों की पंक्तियों! तुमने कहीं… Read More

सरल,तब रघुपति जानत सब कारन। उठे हरषि सुर काजु सँवारन॥

2 years ago

श्रीरामजी को जहाँ भी कार्य आरंभ में हर्ष हुआ है पर कार्य की सफलता में एक भी स्थान पर हर्ष… Read More

सरल,दुनिया में जो देव पुजे है सभी पुजे है प्रभाव से।

2 years ago

सरल,दुनिया में जो देव पुजे है सभी पुजे है प्रभाव से। भगवान राम का स्वभाव सहज और सरल है। ऐसा… Read More

सलाह,भल न कीन्ह तैं निसिचर नाहा। अब मोहि आइ जगाएहि काहा॥

2 years ago

सलाह,भल न कीन्ह तैं निसिचर नाहा। कुम्भकर्ण की रावण को सलाह- तुम राक्षसो के नाथ हो । तुम्हे ऐसा कर्म… Read More

सलाह,दसमुख कहा मरमु तेहिं सुना। पुनि पुनि कालनेमि सिरु धुना।।

2 years ago

दसमुख कहा मरमु तेहिं सुना। कालनेमि की रावण को सलाह- रावण का एक भेदिया दूत वानरी सेना मे प्रविष्ट हो… Read More