मानसरोग

बिनती करउँ जोरि कर रावन। सुनहु मान तजि मोर सिखावन॥

बिनती करउँ जोरि कर रावन। हनुमानजी ने रावण से कहा- हे रावण! मैं तुमसे हाथ जोड़कर विनती करता हूँ- कि… Read More

2 years ago

रे त्रिय चोर कुमारग गामी। खल मल रासि मंदमति कामी॥

रे त्रिय चोर कुमारग गामी। रावन का माता जानकी को सुमुखि' का भाव यह है कि मैं तुम्हारे सुन्दर मुख … Read More

2 years ago

राम जी के जीवन में (कई बेहतरीन योग फिर भी इतना संघर्ष)जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल।

जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल। तुलसीदास जी ने कहा-योग, लग्न, ग्रह, वार, तिथि इत्यादि सभी अनुकूल हो… Read More

2 years ago

सलाह,मुनि मख राखन गयउ कुमारा। बिनु फर सर रघुपति मोहि मारा॥

रावण को 19 बार वैर छोड़ कर राम का भजन करने का उपदेश दिया गया तब भी उसने किसी की… Read More

2 years ago

जामवंत, कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना।।

कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। काकभुशुण्डिजी कहते हैं- हे गरुड़जी! हनुमान जी को छोड़ कर सभी बलवान है तभी तो सभी… Read More

2 years ago

कह बालि सुनु भीरु प्रिय समदरसी रघुनाथ।

कह बालि सुनु भीरु प्रिय समदरसी रघुनाथ। तारा ने बाली से कहा कि हे नाथ! सुनिए, सुग्रीव जिनसे मिले हैं… Read More

2 years ago

जौं बिनु बोलें जाहु भवानी। रहइ न सीलु सनेहु न कानी॥

जौं बिनु बोलें जाहु भवानी। शिव जी के मन को भाने का कारण- यज्ञ भगवान का अंग है उसका दर्शन… Read More

2 years ago

सलाह,बार बार बिनवउँ मुनि तोही। जिमि यह कथा सुनायहु मोही॥

बार बार बिनवउँ मुनि तोही। शिवजी ने नारदजी से कहा हे मुनि! मैं तुमसे बार-बार विनती करता हूँ कि जिस… Read More

2 years ago

जरा मरन दुख रहित तनु समर जितै जनि कोउ। एकछत्र रिपुहीन महि।

जरा मरन दुख रहित तनु समर जितै जनि कोउ। प्रताप भानु के मुठी में तीनो के तीन धर्म अर्थ काम… Read More

2 years ago

राम सप्रेम कहेउ मुनि पाहीं। नाथ कहिअ हम केहि मग जाहीं॥

राम सप्रेम कहेउ मुनि पाहीं। नाथ कहिअ हम केहि मग जाहीं॥ प्रभु श्री राम स्वयं विष्णु के अवतार थे। उनके… Read More

2 years ago