सरल,रघुबंसिन्ह कर सहज सुभाऊ। मनु कुपंथ पगु धरइ न काऊ॥
रघुबंसिन्ह कर सहज श्री रामचन्द्रजी भाई लक्ष्मण से बोले- सहज सुभाऊ' अर्थात् उनका मन स्वतः वश… Read More
रघुबंसिन्ह कर सहज श्री रामचन्द्रजी भाई लक्ष्मण से बोले- सहज सुभाऊ' अर्थात् उनका मन स्वतः वश… Read More
दसमुख कहा मरमु तेहिं सुना। कालनेमि की रावण को सलाह- रावण का एक भेदिया दूत… Read More
कह सुक नाथ सत्य सब बानी। शुक द्वारा रावण को सलाह-शुक को रावण ने विभीषण… Read More
बोला बचन नीति अति पावन। माल्यवंत की रावण को सलाह- माल्यवंत में यहाँ चार विशेषता… Read More
उत्तम कुल पुलस्ति कर नाती। अंगद की रावण को सलाह- कुल परम्परा को लेकर अंगद… Read More
जो आपन चाहै कल्याना। विभीषणजी द्वारा रावण को सलाह=कल्याण क्या है? साधारण नियम यही है… Read More
रामानुज लघु रेख खचाई। सोउ नहिं नाघेहु असि मनुसाई॥ मंदोदरी का चौथी बार समझाना- आज… Read More
सजल नयन कह जुग कर जोरी। तीसरा उपदेश मंदोदरी का-पिछले दो बार के उपदेशों में… Read More
चरन नाइ सिरु अंचलु रोपा। मन्दोदरी का रावण को दूसरी बार समझाना है।- प्रथम बार… Read More
रहसि जोरि कर पति पग लागी। मन्दोदरी प्रथम बार एकांत में हाथ जोड़कर पति (रावण)… Read More